सुनीता विलियम्स: 9 महीने बाद अंतरिक्ष से लौटने के बाद उनके शरीर में क्या बदलाव आए?
अंतरिक्ष से धरती पर सकुशल वापसी
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर आखिरकार 9 महीने के लंबे इंतजार के बाद सकुशल पृथ्वी पर लौट आए हैं। वे स्पेसएक्स के ड्रैगन यान से फ्लोरिडा के पास समंदर में उतरे।
अंतरिक्ष में 9 महीने के प्रभाव
सुनीता विलियम्स और उनके साथी जब अंतरिक्ष में थे, तब उनके शरीर में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए। अंतरिक्ष यात्राओं के दौरान मानव शरीर को कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
- 50% लाल रक्त कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं, जिससे शरीर में खून की कमी हो जाती है। इसे स्पेस एनीमिया कहा जाता है।
- मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और हड्डियों में कैल्शियम की कमी हो जाती है।
- लंबे समय तक भारहीनता के कारण रक्त का प्रवाह प्रभावित होता है।
धरती पर वापसी के बाद चुनौतियां
अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी पर लौटने के बाद कुछ हफ्तों तक अपने शरीर को सामान्य स्थिति में लाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है।
- बेबी फीट सिंड्रोम: अंतरिक्ष यात्री अपने तलवों की मोटी त्वचा खो देते हैं।
- ऑर्थोस्टेटिक हाइपोटेंशन: खड़े होने पर चक्कर आना और रक्त प्रवाह में कठिनाई।
- हड्डियों की कमजोरी: हर महीने 1% तक हड्डियों का घनत्व कम हो जाता है।
इन समस्याओं से बचने के उपाय
इन प्रभावों से बचने के लिए अंतरिक्ष यात्री विशेष व्यायाम और आहार का पालन करते हैं।
- हर दिन 2 घंटे व्यायाम किया जाता है।
- विशेष आहार जिसमें कैल्शियम और प्रोटीन शामिल होते हैं।
- धरती पर लौटने के बाद पुनर्वास चिकित्सा और फिजियोथेरेपी।
अंतरिक्ष यात्रियों के लिए भविष्य की चुनौतियां
चांद और मंगल जैसी लंबी यात्राओं के लिए वैज्ञानिक नई तकनीकों पर काम कर रहे हैं ताकि अंतरिक्ष यात्रियों की सेहत को सुरक्षित रखा जा सके।
- स्पेस एनीमिया को रोकने के लिए नई दवाइयों और सप्लीमेंट्स का विकास।
- शरीर की मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए नई एक्सरसाइज तकनीकें।
- गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव को कम करने वाले नए स्पेससूट और उपकरणों का परीक्षण।
पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
1. सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में कितने दिन रहीं?
वह कुल 286 दिन अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में बिता चुकी हैं।
2. स्पेस एनीमिया क्या होता है?
स्पेस एनीमिया वह स्थिति है जिसमें अंतरिक्ष में लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या तेजी से घटती है, जिससे शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो जाती है।
3. अंतरिक्ष में रहने से हड्डियों पर क्या असर पड़ता है?
गुरुत्वाकर्षण की अनुपस्थिति के कारण हड्डियों का घनत्व कम हो जाता है, जिससे वे कमजोर हो जाती हैं।
4. बेबी फीट क्या है?
बेबी फीट वह स्थिति है जिसमें अंतरिक्ष यात्रियों के पैरों की त्वचा मोटी होने के बजाय पतली और मुलायम हो जाती है।
5. अंतरिक्ष यात्री इन समस्याओं से कैसे निपटते हैं?
अंतरिक्ष यात्री ISS में रोजाना 2 घंटे तक व्यायाम करते हैं ताकि उनके शरीर की मांसपेशियों और हड्डियों की ताकत बनी रहे।
